अवसाद में फायदेमंद है योग
बोस्टन (अमेरिका)। तन-मन की सेहत को सुधारने में योग काफी फायदेमंद होता है। यदि आप रोजाना योग न कर सकें, तो कम-से-कम सप्ताह में दो बार नियमित तौर पर योग करें। इससे अवसाद में कमी आती है।
अमेरिका के बोस्टन यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के मुताबिक, 'सप्ताह में दो बार योग एवं गहरी सांस का अभ्यास करने से अवसाद के लक्षणों में कमी आती हैं, क्योंकि यह अवसादग्रस्त लोगों की श्वसन क्रिया में सहायक होता है, जो अवसादरोधी दवाओं का प्रयोग नहीं करते।'
यह शोध वैकल्पिक एवं पूरक चिकित्सा संबंधी एक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें आसन एवं श्वसन नियंत्रण की सटीक विधियों के लिए आयंगर योग के विस्तार पर जोर दिया गया है। यह योग अष्टांग योग पर आधारित है।
अमेरिका के बोस्टन यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के मुताबिक, 'सप्ताह में दो बार योग एवं गहरी सांस का अभ्यास करने से अवसाद के लक्षणों में कमी आती हैं, क्योंकि यह अवसादग्रस्त लोगों की श्वसन क्रिया में सहायक होता है, जो अवसादरोधी दवाओं का प्रयोग नहीं करते।'
यह शोध वैकल्पिक एवं पूरक चिकित्सा संबंधी एक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें आसन एवं श्वसन नियंत्रण की सटीक विधियों के लिए आयंगर योग के विस्तार पर जोर दिया गया है। यह योग अष्टांग योग पर आधारित है।
(न्यूज़ अपडेट - 4 अगस्त, 2017)
Keywords - Yoga is beneficial in depression
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